रांची, दिसम्बर 26 -- झारखंड में शराब घोटाला सिर्फ प्लेसमेंट एजेंसियों के जरिए ही नहीं हुआ। थोक कारोबार का लाइसेंस लेने वाली कंपनी मेसर्स ओम साईं बिवरेजेज ने उत्पाद विभाग, जेएसीबीसीएल के अधिकारियों को प्रभाव में लेकर देशी और विदेशी ब्रांड की सप्लायी मेसर्स भाटिया वाइंस, छत्तीसगढ़ डिस्टिलरी लिमिटेड को दी थी। इन कंपनियों के साथ थोक शराब बिक्री की 2022 की नीति का पालन नहीं किया गया। रोमियो व महुआ नाम जैसी खराब क्वालिटी की शराब की बिक्री कर 136 करोड़ का नुकसान कराया गया। शराब घोटाले की जांच में यह बात सामने आयी है कि भाटिया वाइंस के मालिक भूपेंद्र पाल सिंह भाटिया, छत्तीसगढ़ डिस्टिलरी के निदेशक नवीन केडिया ने जेएसीबीएल के द्वारा किसी तरह का टेंडर निकाले जाने के पहले ही सिर्फ लिखित आवेदन देकर देशी व विदेशी शराब की सप्लायी का काम हासिल कर लिया। न...