लखनऊ, मार्च 18 -- राजधानी में गाड़ियों की स्क्रैपिंग में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। प्राइवेट स्क्रैप संचालक बिना किसी इंस्पेक्शन के गाड़ियों की कटाई कर रहे हैं। साथ ही आरटीओ को भेजे जा रहे पत्र में किसी भी जिम्मेदार के हस्ताक्षर तक नहीं है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एआरटीओ प्रशासन पीके सिंह ने जांच किये जाने के आदेश दिए हैं। शहर में कबाड़ का बड़ा खेल चल रहा है। परिवहन और पुलिस विभाग से बिना एनओसी लिए पुराने वाहनों की खरीद और बिक्री का अवैध कारोबार चल रहा है। कई वाहन मालिक लाखों का टैक्स बकाया गाड़ियों को कबाड़ के भाव बेच देते है। ऐसे में परिवहन विभाग टैक्स वसूली के लिए गाड़ी खोजता रहता और गाड़ियां स्क्रैप के भाव बिक जाती है। नियम के मुताबिक हर पुराने वाहन को कबाड़ में बेचने से पहले परिवहन विभाग का रजिस्ट्रेशन निरस्त कराना पड़ता है...