रिषिकेष, दिसम्बर 1 -- राजकीय उपजिला चिकित्सालय में मरीजों को बिना चीर-फाड़ के ऑपरेशन की सुविधा नहीं मिल पा रही है। जबकि इसके लिए चार माह से अस्पातल ओटी में लेप्रोस्कोपी मशीन तैयार है, लेकिन चिकित्सक और स्टाफ के प्रशिक्षित नहीं होने के चलते मशीन चल ही नहीं पा रही है। एसपीएस चिकित्सालय को करीब आठ लाख रुपये की लागत से यह मशीन स्वास्थ्य मुख्यालय की ओर से उपलब्ध कराई गई थी। अस्पताल में प्रतिदिन औसतन चार ऑपरेशन किए जा रहे हैं, जिसमें मशीन का संचालन होता है, तो न सिर्फ मरीजों को शरीर के अंगों की चीर-फाड़ से राहत मिली, बल्कि उनके मशीन से ऑपरेशन के बाद उनका रिकवरी टाइम भी काफी घट जाती है। ऑपरेशन के बाद शरीर पर टांके लंबे निशान से भी राहत मिलती। मुख्यतौर पर इस मशीन का उपयोग पेट संबंधी रोगों में ऑपरेशन के लिए किया जाना है। हैरानी है कि लेप्रोस्कोपी ...