कुशीनगर, जुलाई 19 -- कुशीनगर। नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के कोटवा विद्युत उपकेंद्र की लचर बिजली व्यवस्था ग्रामीणों के लिए खतरनाक बन गई है। बारिश से पहले पेड़ों की डाल काटकर निर्वाध बिजली आपूर्ति का दावा हर साल किया जाता है, लेकिन इस बार सिर्फ कोरमपूर्ति की गई है। नतीजतन, बिजली आपूर्ति लगातार बाधित है। कोटवा फीडर 48 घंटे भी लगातार नहीं चल पा रहा है। कभी मेन सप्लाई बाधित होती है तो कभी लोकल फाल्ट बिजली गायब कर देता है। क्षेत्र में मात्र दो लाइनमैन तैनात हैं, जबकि आवश्यकता चार की है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़कों के किनारे हाई वोल्टेज तार झूल रहे हैं, जिन्हें जोड़-तोड़ कर लगाया गया है, जो कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। ट्रांसफार्मर की क्षमता भी जवाब दे चुकी है, जिससे खेतों और फसलों के पास बिछे तार जानलेवा बन चुके हैं। ब्लॉक प्रमुख प्...