लखनऊ, जून 22 -- निजीकरण के विरोध में रविवार को हुई बिजली महापंचायत में फैसला हुआ है कि प्रदेश में बिजली के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारी, रेल कर्मचारी, सरकारी कर्मचारी, किसान और उपभोक्ता लामबंद होकर जन आंदोलन चलाएंगे और निजीकरण का टेंडर होते ही सामूहिक जेल भरो आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। पहली बार निजीकरण के विरोध में बिजली के सभी हितधारक किसान, मजदूर, गरीब और मध्यम वर्गीय घरेलू उपभोक्ताओं ने एक साथ लामबंद होने की घोषणा की है। रेल कर्मचारियों के राष्ट्रीय नेता शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि अगर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों पर निजीकरण थोपा गया तो सारे देश के रेल कर्मचारी, बिजली कर्मचारियों के साथ प्रदेश की जेलें भर देंगे। महापंचायत में शिव गोपाल मिश्र के अतिरिक्त संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दर्शन पाल, उपभोक्ता परिषद के अध्...
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