चंदौली, जून 25 -- चंदौली। बिजली निजीकरण के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा सहित विभिन्न किसान संगठनों ने मंगलवार को मुख्यालय स्थित धरना स्थल पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने भाजपा सरकार के खिालफ जमकर नारेबाजी की। वहीं कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। साथ ही सरकार से बिजली निजीकरण का निर्णय वापस लिए जाने की मांग किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि गरीबों और किसानों की हिषैती बनने की दंभ भरने वाली भाजपा सरकार पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बिजली का निरीकरण कर रही है। यही नहीं 45 प्रतिशत बिजली रेट बढ़ा रही है। इससे गरीब वर्ग और किसानों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। कहा कि सरकार 19 हजार 600 करोड़ का घाटा दिखा रही है। लेकिन 92 हजार 600 करोड़ का सरकारी दफ्तरों और बड़े ब...