संवाददाता, सितम्बर 19 -- बिजली निगम में गुरुवार को देर शाम को उस समय हड़कंप मच गया, जब किसी हैकर ने परीक्षण खंड के अधिशासी अभियंताओं की आईडी हैक कर ली। हैकर ने परीक्षण खंड में लंबित 3037 मीटर की जांच रिपोर्ट को स्वीकृत भी कर दिया। मामला संज्ञान में आने पर अधिकारियों ने कहा कि एक्सपर्ट की जांच के बाद दोषियों पर रिपोर्ट दर्ज कराया जाएगा। गोरखपुर में स्मार्ट मीटर लगाने के साथ कार्यदाई संस्था पुराने मीटर की सिलिंग रिपोर्ट परीक्षण खंड में जमा करती है। यदि सिलिंग रिपोर्ट में नो डिस्प्ले या रीडिंग में गड़बड़ी की आशंका होती है तो बिजली निगम सिलिंग स्लिप को रिजेक्ट कर देता है और फिर परीक्षण खंड पुराने मीटर की जांच कर मीटर में मौजूद डेटा को निकाल कर क्यूसी 3 की रिपोर्ट लगाता है। इसके बाद उपभोक्ता की बिलिंग शुरू होती है। यह भी पढ़ें- यूपी के इन 3 शह...