लखनऊ, मई 7 -- लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। निजीकरण के विरोध में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन और विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ ने संयुक्त रूप से शक्ति भवन पर क्रमिक अनशन किया। संगठन के अध्यक्ष बलवीर यादव ने कहा कि लगभग 25 हजार संविदा कर्मचारियों को विभाग से हटाकर उपभोक्ता सेवा को प्रभावित करने का कार्य ऊर्जा प्रबंधन कर रहा है। भीषण गर्मी में विद्युत कार्मिकों को कार्य वहिष्कार के लिए ऊर्जा प्रबंधन बाध्य कर रहा हैं। तकनीकी कर्मचारी एकता संघ प्रदेश अध्यक्ष विभांशु कुमार सिंह ने कहा कि बिना संसाधन दिए फेशियल अटेंडेंस पर वेतन रोकना कर्मचारियों का उत्पीड़न है। मध्यांचल शाखा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संदीप मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप कर प्रदेश के 22 करोड़ जनता के व्यापक हित में निजीकरण के फैसले को वापस लिए जाने का अनुरो...