गोरखपुर, अक्टूबर 27 -- गोरखपुर। निजीकरण के विरोध में उतरे बिजली कर्मियों ने रविवार को पॉवर कारपोरेशन प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रबंधन की मनमानी से प्रदेश की बिजली व्यवस्था खतरे में है। कहा कि वर्टिकल रिस्ट्रक्चरिंग के नाम पर हजारों पदों की छंटनी की साजिश रची जा रही है। कर्मियों ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने कहा है कि पावर कारपोरेशन प्रबंधन उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों और भय का माहौल बनाकर प्रदेश के कई जिलों में 'वर्टिकल रिस्ट्रक्चरिंग' लागू करने की तैयारी कर रहा है। यह कदम राजधानी सहित पूरे प्रदेश की बिजली व्यवस्था को पटरी से उतार देगा। समिति ने कहा कि मध्यांचल की प्रबंध निदेशक का बयान कि 'छटनी अभी नहीं की जा रही है, कार्य के मूल्यांकन के बाद कार्रवाई होगी' यह स्पष्ट संकेत है कि ...