मथुरा, मार्च 11 -- मथुरा। ट्रांजेक्शन कंसल्टेंट नियुक्त करने हेतु बिडिंग के विरोध में सोमवार को बरसाना कार्यालय पर बिजली कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर नारेबाजी की। निजीकरण का निर्णय निरस्त करने की मांग की गई। संघर्ष समिति के नेताओं ने कहा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम की बिजली व्यवस्था निजी घरानों को सौंपने के पहले सरकार को यह विचार करना चाहिए कि उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा और आगरा में निजी कंपनी द्वारा किसानों और घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति में किए जा रहे भेदभाव को देखते हुए प्रदेश के 42 जनपदों में बिजली के निजीकरण का निर्णय कदापि उचित नहीं होगा। निजीकरण का विरोध किया गया। इस मौके पर राहुल चौरसिया,अशोक शर्मा आदि मौजूद रहे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...