लखनऊ, नवम्बर 11 -- लखनऊ में वर्टिकल व्यवस्था लागू होने से लेसा में कुल 5606 पदों को समाप्त किए जाने से राजधानी के बिजली कर्मियों में भारी आक्रोश है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने इस मनमाने प्रयोग को निजीकरण की तैयारी बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ की बिजली व्यवस्था को बर्बाद होने से बचाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है। सोमवार को सैकड़ों बिजली कर्मियों ने शक्ति भवन मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। संघर्ष समिति ने बताया कि नई व्यवस्था में संविदा कर्मियों के 3305 पद और नियमित कर्मचारियों के 2301 पद समाप्त किए गए हैं। संविदा कर्मियों पर सबसे बड़ी मार पड़ी है, जहां 15 मई 2017 के आदेश के अनुसार 5544 कर्मियों की आवश्यकता है, वहीं नई व्यवस्था में केवल 2239 ही रह जाएंगे, जिससे 3305 संविदा कर्मी एक झटके में हटाए जा ...
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