लखनऊ, दिसम्बर 30 -- रियायती बिजली की सुविधा समाप्त किए जाने को लेकर 22 दिसंबर को जारी आदेश की मंगलवार को प्रदेशभर में होली जलाई गई। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि पावर कार्पोरेशन प्रबंधन ने 25 नवंबर 2024 को निजीकरण का ऐलान कर बिजली कर्मियों को संघर्ष के पथ पर जाने को मजबूर कर दिया। अब बिजली कर्मियों को विगत 47 साल से मिल रही रियायती बिजली की सुविधा समाप्त करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। संघर्ष समिति के आह्वान पर मंगलवार को बिजली कर्मियों ने प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन किया और जबरिया स्मार्ट मीटर लगाने के पॉवर कार्पोरेशन के 22 दिसंबर के आदेश की होली जलाई। संघर्ष समिति ने कहा कि पॉवर कार्पोरेशन प्रबंधन निजीकरण के नाम पर लगातार बिजली कर्मियों पर उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां कर रहा है। रियायती बिजली की सुविधा समाप्त...
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