भभुआ, मई 21 -- जिले में 14 हजार हेक्टेयर में बिचड़ा डालने के लिए चाहिए 400 क्यूसेक पानी मूसाखांड़ बांध से भी नहीं मिला पानी, 25 मई से किसान डालेंगे धान का बिचड़ा (पेज चार की बॉटम खबर) भभुआ, हिन्दुस्तान संवाददाता। कम लागत में अधिक पैदावार के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वन एवं किसानों को जागरूक कर रहा शासन-प्रशासन सिंचाई व्यवस्था को लेकर सुस्त दिख रहा है। 25 मई से रोहिणी नक्षत्र शुरू हो रहा है। रोहिणी नक्षत्र में शुरू होते ही किसान खेतों में धान का बिचड़ा डालने का कार्य प्रारंभ करेंगे। लेकिन, सिंचाई विभाग द्वारा धान का बिचड़ा डालने के लिए अभी तक सोन उच्च स्तरीय नहर में पानी नहीं छोड़ा गया है। इसको लेकर कैमूर के किसान चिंतित हैं। कृषि विभाग द्वारा कैमूर जिले में इस बार 1.41 लाख हेक्टेयर भूमि में धान की रोपनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इतन...