बिजनौर, अगस्त 18 -- जिले में 24 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हुए। बाढ़ से फसलों को नुकसान हुआ तो पशुओं के चारे की फसल को नुकसान हुआ है। लगातार हो रही बारिश और खेतों में ही बाढ़ के पानी से चारा गल गया है। आने वाले समय में चारे की किल्लत हो सकती है। जिले की कई तहसीलों के गांवों में आई बाढ़ से फसलों को नुकसान हुआ है। जिला प्रशासन फसलों के नुकसानका आंकलन करने के लिए सर्वे करा रहा है। कई दिन तक पानी भरने से खेतों में खड़ी चारे की फसल प्रभावित हुई है। चारा गल गया है तो वहीं बढ़वार वहीं थम गई है। इससे किसानों के सामने चारे का संकट गहरा सकता है। किसानों ने चारे के लिए इधर उधर खोजबीन शुरू कर दी है। नवंबर के आसपास चीनी मिल चलेंगी। अभी चीनी मिल चलने में तीन माह है। ऐसे में काफी चारे की जरूरत पड़ेगी। बाढ़ न आती तो शायद किसानों को चारे की कमी से जूझना न पड़त...
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