चित्रकूट, नवम्बर 5 -- चित्रकूट, संवाददाता। अन्नदाता को इस बार खरीफ के दौरान लगातार मौसम में हुए बदलाव से गहरी चोट लगी है। अत्यधिक बारिश में खरीफ की फसलें काफी बर्बाद हुई है। अगस्त व सितंबर में ऊपरी इलाकों में जोरदार बारिश होने से यमुना में आई बाढ़ के दौरान फसलें जलमग्न हो गई थी। नुकसान का सर्वे तो कराया गया, लेकिन अभी तक बीमा कंपनी से क्लेम नहीं मिला। बाढ़ के दौरान फसलों को हुई क्षति का क्लेम न मिलने से किसानों के जख्म अभी तक नहीं भर पाए है। इधर पिछले सप्ताह हुई बारिश ने फसलों को बर्बाद कर किसानों को गहरी चोट दे दी है। इस वर्ष यमुना में लगातार चार बार बाढ़ आई है। जिससे राजापुर व मऊ तहसील क्षेत्र के तलहटी वाले 56 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए थे। कई दिन तक सड़कों में जलभराव होने से लोगों का आवागमन ठप रहा। हजारों बीघे खरीफ की बोई फसलें जलमग्न रही। ज...