सोनभद्र, अगस्त 23 -- म्योरपुर, हिन्दुस्तान संवाद। स्थानीय ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित बनवासी सेवा आश्रम में शनिवार को नदियों के अस्तित्व पर मंडरा रहे खतरे को लेकर एक चर्चा का आयोजन किया गया। इसमें नदियों से जुड़े विभिन्न उपयोगी जानकारियों पर चर्चा की गई। तय किया गया कि म्योरपुर रासपहरी से निकल कर दुद्धी ब्लॉक के कनहर नदी में मिलने वाली लौवा नदी का लगभग 20 किमी तक पदयात्रा कर नदी की स्थिति का अध्ययन करेंगे। इसी तरह अंजीर की सहायक नदी जमतीनाला के बीच पदयात्रा की जाएगी। पर्यावरण वैज्ञानिक डा अनिल गौतम ने कहा कि नदियों से जीव जंतु का पोषण, सिंचाई, भूजल रिचार्च, पेयजल के काम आता है। कहा कि नदी पर संकट मतलब मनुष्य पर संकट आएगा। बताया कि पुराणों में लिखा है कि भादो मास के चतुर्दशी पर नदी के बीच से सौ कदम दाए और सौ कदम बाएं की जगह नदी धारा मानी जाती ...