बिजनौर, अगस्त 13 -- बाढ़ का पानी उतरने के साथ ही बिजनौर के प्रभावित गांवों में अब संक्रामक रोगों का खतरा मंडराने लगा है। स्वास्थ्य विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए हर ब्लॉक में रेपिड रेस्पोंस टीमों का गठन किया है। सभी 31 बाढ़ चौकियों पर दवाइयों की व्यवस्था की गई है। विभागीय टीमों को पानी उतरने वाले इलाकों में जाकर स्वास्थ्य शिविर लगाने और लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार बाढ़ के बाद कई तरह की बीमारियां तेजी से फैल सकती हैं। इनमें गंदे पानी की वजह से होने वाली बीमारियां सबसे बड़ा खतरा हैं। इनमें डायरिया, हैजा और टायफाइड प्रमुख हैं। ये बीमारियां दूषित पानी पीने या उससे पका हुआ खाना खाने से फैलती हैं। इनके अलावा मच्छर जनित बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है, क्योंकि बाढ़ के बाद जमा हुआ पानी मच्छरों क...