गिरडीह, अप्रैल 27 -- गिरिडीह, प्रतिनिधि। सद्गुरु मां ज्ञान ने कहा कि बाहरी चमत्कारों से गुरु की पहचान नहीं होती। यदि आपकी चाहत है कि गुरु पानी पर चल सकें तो आप बत्तख को गुरु बना लीजिए। यदि आप चाहते हो कि गुरु को आकाश में उड़ना चाहिए तो आप चील-कौए को गुरु बना सकते हैं। यदि आप सोचते हों कि गुरु वस्त्रों का त्यागी हो तो आप पशुओं को गुरु बना सकते हैं। यदि गुरु में चमत्कार देखना चाहते हों तो किसी बाजीगर-जादूगर को गुरु बना लीजिए, पर ऐसे गुरुओं से न अज्ञान का फंदा कटेगा, न शांति सुख मिलेगा। उक्त बातें उन्होंने शनिवार को ज्ञान सूत्र के दौरान कही। मां ज्ञान ने कहा कि यदि किसी को कान छिदवाना हो तो वह सुनार के पास जाता है। बीमारी हो तो डॉक्टर के पास जाता है। केस-मुकदमा हो तो वकील के पास जाता है। दाढ़ी-बाल बनवाना हो तो नाई के पास जाता है। उसी प्रकार ...