विकासनगर, मई 27 -- बाशिक महासू महराज मंगलवार से 20 दिन प्रवास पर रवाना हुए। विधिविधान से पूजा अर्चना के बाद मैंद्रथ मंदिर के गर्भ गृह से देव पालकी को बाहर निकालने के बाद दर्शन के लिए मंदिर प्रांगण में रखा गया। देव दर्शनों के लिए सोमवार से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। दोपहर बाद देव डोली ने प्रवास के लिए प्रस्थान किया। इस साल बाशिक महासू महाराज का श्रद्धालुओं के घरों में 18 दिनों तक रात्रि देव धाम पूजन होगा। इसके बाद दो दिन कैमाड़ा बुग्याल के जखोली मेले में देव डोली जाएगी। मंगलवार सुबह गर्भ गृह से देव डोली के निकलने पर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा की। मंदिर के वजीर दीवान सिंह राणा ने बताया कि मान्यतानुसार पांच सौ साल पहले जब बाशिक महासू बावर खत के कूणा मंदिर से जखोली मेले के लिए कंडमाण क्षेत्र के कनासर जा रहे थे। उस वक्त ब...