किशनगंज, मई 1 -- किशनगंज, संवाददाता। अक्षय तृतीया के अवसर पर बुधवार को बाल विवाहों की रोकथाम के लिए जन निर्माण केंद्र के द्वारा मंदिर में धर्मगुरुओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया। अक्षय तृतीया और शादी-ब्याह के मौसम को देखते हुए बाल विवाह की रोकथाम के लिए विभिन्न धर्मों के विवाह संपन्न कराने वाले पुरोहितों के बीच जाकर अभियान की जानकारी दी गई। सभी धर्मगुरुओं ने इसकी सराहना करते हुए समर्थन का हाथ बढ़ाया । संगठन ने कहा कि यह देखते हुए कि कोई भी बाल विवाह किसी पंडित, मौलवी या पादरी जैसे पुरोहित के बिना संपन्न नहीं हो सकता, हमने उन्हें बाल विवाह के खिलाफ अभियान से जोड़ने का फैसला किया। बाल विवाह निषेध अधिनियम (पीसीएमए), 2006 के तहत दंडनीय अपराध है। इसमें किसी भी रूप में शामिल होने या सेवाएं देने पर दो साल की सजा व जुर्माना या दोनों हो सकता है।...