फरीदाबाद, मई 3 -- फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। बाल विवाह जैसी कुप्रथा को रोकने के लिए लघु सचिवालय में बैठक का आयोजन किया गया। उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा बाल विवाह को एक गंभीर सामाजिक बुराई बताते हुए इसे बच्चों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास में बाधक बताया।शुक्रवार को आयोजित बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी और पंच, सरपंचों को जागरुक करते हुए उपायुक्त मीणा ने बताया कि बाल विवाह पर प्रभावी कदम उठाना जरुरी है। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए समाज, सरकार और पंचायतों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने विशेष रूप से पंचायतों की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि यदि किसी गांव में बाल विवाह की सूचना मिलती है तो सरपंच का नैतिक दायित्व है कि वह इसे तुरंत रुकवाएं और प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने बताया कि बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के अनुसार ...