सीतामढ़ी, जुलाई 31 -- शिवहर। मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस पर बुधवार को व्यवहार न्यायालय के सभागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकार तथा बिहार ग्राम विकास परिषद के तत्वावधान में बाल तस्करी एक संगठित अपराध, बाल तस्करी की खोज की खोज विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि बाल तस्करी एक गंभीरअपराध है, जो बच्चों के अधिकारों का हनन करता है। यह एक संगठित अपराध है। क्योंकि इसमें अक्सर एक नेटवर्क शामिल होता है जिसमें तस्कर, दलाल और शोषक विभिन्न भूमिकाएं निभाते हैं। इस पर रोक के लिए हर स्तर पर प्रयास होना चाहिए। कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ललन कुमार रजक, जिला बाल संरक्षण इकाई के सीपीओ आलोक रंजन, वन स्टॉप सेंटर की रानी कुमारी तथा दतक ग्रहण संस्थान की मीणा कुमारी सहित अन्य ने अपने-अपने विचार रखे। कार्यक्रम में कहा गया क...