उन्नाव, अगस्त 17 -- अचलगंज। बेथर के बालाजी मन्दिर परिसर में चल रही श्रीराम कथा के चौथे दिन भगवान राम के प्राकट्य और बाल्यकाल की कथा सुनाई। बताया कि भगवान का अवतार होते ही देवताओं में कौतूहल पैदा हो गया सभी ईश्वर के बालक रूप में दर्शन करना चाहते है। भगवान शंकर कैलाश छोंड़कर अयोध्या पहुंचे लेकिन अपने स्वरूप में दशरथ के महल में नहीं जा सकते थे इसलिए उन्होंने ज्योतिषी का रूप धारण किया। कथा में पुरुषोत्तम दीक्षित, हरीकृष्णदीक्षित ,शशिभूषण दीक्षित रविशंकर बाजपेयी, छुन्ना शुक्ला ,पुत्ती तिवारी, मनोज तिवारी, राजू साहू, शिवमोहन यादव, रत्नेश, पीयूष ,नीलू शुक्ला, गहरु सिंह, सन्तोष सिंह, दिनेश तिवारी ,सहित क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। आभार प्रधान संघ के अध्यक्ष बिमल शुक्ला, विजय शुक्ला ने किया।

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