रांची, अगस्त 24 -- तोरपा, प्रतिनिधि। हरे भरे जंगल के बीच प्रकृति की गोद में बसे मनोहारी पेरवाघाघ जलप्रपात व पांडु पुडिंग की खूबसूरती को लगातार हो रही बारिश ने और बढ़ा दिया है। पेरवाघाघ में करीब चालीस फीट की उंचाई से गिरता झरना काफी मनमोहक लग रहा है। नदी का तेज बहाव व जलप्रपात से उठती पानी की तेज आवाज घने जंगल व शांत वातावरण को चीरते हुए दूर तक सुनायी दे रही है। हांलाकि जलप्रपात जितना खूबसूरत लग रहा है उतना ही खतरनाक हो गया है। उफनती कारो नदी का विकराल रूप डरावना लग रहा है। नदी में पानी बहुत बढ गया है। फॉल तक नीचे उतरने के लिए बना सीढ़ी पानी में डूब गया है। झरने या नदी तक जाना काफी खतरनाक है। पांडु पुडिंग का नजारा तो देखते बन रहा है। नदी के बीच छोटे छोटे झरने बड़ा रूप ले लिया है। नदी का एक किनारा झील सा लग रहा है। यहां नदी तक जाना जोखिम भर...