लखीमपुरखीरी, अगस्त 5 -- लगातार हो रही झमाझम बारिश ने किसानों के सूखते उम्मीदों को फिर से सींच दिया है। जहां एक ओर सावन में उमस और गर्मी से आम जनजीवन परेशान था, वहीं अब मौसम के बदले मिजाज ने खेतों की सूरत ही बदल दी है। खेतों में खड़ी गन्ना और धान की फसल को जहां ताजा पानी ने नई जान दी है। वहीं सूखे की आशंका से जूझ रहे किसानों के चेहरों पर भी अब मुस्कान लौट आई है। कृषि वैज्ञानिक मो. सुहेल का कहना है कि इस बार जून-जुलाई में अपेक्षित वर्षा कम होने से किसान काफी निराश थे। गन्ने की बढ़वार भी रुक गई थी। लेकिन अब शुरू हुई बारिश ने फसलों की हालत में भी सुधार ला दिया है। गन्ने की फसल में हरियाली छा गई है। किसानों के मुताबिक, बारिश ने सिंचाई की जरूरत को काफी हद तक कम कर दिया है। इससे डीजल और बिजली पर आने वाला अतिरिक्त खर्च बचेगा। कृषि विशेषज्ञों के अ...