बक्सर, जुलाई 16 -- दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से खेतों में पानी दिखाई पड़ने लगा है, किसान खेतों को रोपनी के लिये कर रहे तैयार 12 हजार पांच सौ एकड़ में डुमरांव प्रखंड में होती है धान की खेती बारिश नहीं होने से बिचड़ा बचाना भी हो गया था मुश्किल फोटो- डुमरांव, निज संवाददाता। बारिश नहीं होने से खेतों पर आश्रित किसानों की मुश्किलें बढ़ गई थी। इनके द्वारा बिचड़ा को किसी तरह से बचाकर रखा गया था, लेकिन खेत सूखे पड़े हुए थे। खेतों में पानी जमा नहीं होने से रोपनी नहीं हो रही थी। इधर दो दिनों से रूक-रूक कर हो रही बारिश ने किसानों के मुर्झाए हुए चेहरे पर रौनक ला दिया है। किसान खेतों में पहुंच हल और ट्रैक्टर से खेत को जोताई करते हुए उसे रोपनी के लिये तैयार करने में जुट गए हैं। मालूम हो कि बारिश नहीं होने से किसानों को बिचड़े को बचाना भी मुश्किल ह...