सहरसा, जुलाई 8 -- सहरसा हिन्दुस्तान संवाददाता। बारिश नहीं होने से फसल चक्र पर प्रभाव पड़ने की संभावना है। किसान धानरोपणी के लिए खेत जुताई कर बारिश का इंतजार कर रहे हैं । लेकिन पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष धान फसल का लक्ष्य बढ़ा दिया गया है। बाबजूद अबतक दस प्रतिशत भी धानरोपणी नहीं हो पाया है। जिले में 75 हजार 934 हेक्टेयर में धानरोपणी का लक्ष्य निर्धरित किया गया है। जानकारी अनुसार 25 जून से ही धान रोपनी का समय शुरू हैं। लेकिन अब तक बारिश ने दस्तक नही दी है। जिससे किसान परेशान है। चिलचिलाती धूप के कारण अभी भी बड़ी संख्या में किसानों द्वारा बिचड़ा बचाव में जुटे हुए हैं। कृषि विभाग के अनुसार शत प्रतिशत बिचड़ा गिराया जा चुका है। हालांकि बारिश के कारण किसान बिचड़ा भी समय पर नहीं गिरा पाये। जिससे बिचड़ा भी अबतक सही ढंग से तैयार नहीं हुआ है। इस ...