बांका, जुलाई 18 -- चान्दन (बांका)। निज प्रतिनिधि बारिश थमते ही श्रावणी मेला स्थित कच्ची कांवरिया पथ पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। चारों ओर "बोल बम" के जयकारों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो उठा है। कांवर कंधे पर, सिर पर आस्था की पोटली और होंठों पर शिव नाम का जाप लिए श्रद्धालु पूरे उत्साह से बाबाधाम की ओर कूच कर रहे हैं। नदियों, घाटों और पथों पर केसरिया रंग की आभा फैली हुई है। हर ओर श्रद्धा और भक्ति का सागर बह रहा है। जत्थों में आगे बढ़ते कांवरियों के चेहरों पर थकान की लकीरें तो हैं, लेकिन भोलेनाथ के दर्शन की ललक उनके जोश को कम नहीं होने देती। रास्ते भर जगह-जगह सेवा शिविर, भजन-कीर्तन और जलपान की व्यवस्था ने इस यात्रा को और भी दिव्य बना दिया है। यह केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि आस्था, समर्पण और उत्सर्ग का जीवंत प्रतीक बन गया ह...