गंगापार, मई 13 -- बारा, हिन्दुस्तान संवाद। तहसील मुख्यालय बारा स्थित पीएचसी में डॉक्टर ही नहीं है तो हीट वेव से लोगों की सुरक्षा कैसे होगी। यह समस्या क्षेत्र के लोगों के सामने आ रही है। 2012 में तहसील बारा में छह बेड का बना अस्पताल डाक्टर विहीन है। अस्पताल में दो डाक्टर, एक फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन और वार्ड ब्वाय की नियुक्ति की गई थी किंतु स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों की उदासीनता से पूरी व्यवस्था ही चरमरा गई है। वर्तमान में लोग इलाज के लिए या तो झोलाछाप डाक्टर की शरण में जा रहे हैं या तो सात किमी दूर जसरा सीएचसी। बारा के आशीष केसरवानी, नीरज केसरवानी, सुबेदार कुशवाहा, सीता राम सिंह आदि ने बताया कि अस्पताल तो खुला रहता है लेकिन डाक्टर के अभाव में इलाज संभव नहीं है। बारा में कोई डाक्टर भी नहीं है। इससे काफी परेशानी होती है। अस्पताल क...