रांची, जुलाई 25 -- रांची, विशेष संवाददाता। मारवाड़ी कॉलेज के बायोटेक्नोलॉजी विभाग और आइक्यूएसी की ओर से- विश्व इन विट्रो प्रजनन दिवस पर शुक्रवार को- जैव प्रौद्योगिकी और आईवीएफ प्रौद्योगिकी में स्टेम सेल की संभावनाएं, विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि और वक्ता के रूप में आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ मणि मुक्ता उपस्थित थीं। उन्होंने आईवीएफ, बांझपन और बायोटेक्नोलॉजी के आपसी संबंधों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार महिलाओं और पुरुषों दोनों में बांझपन की समस्याएं उभर रही हैं। इसके कारणों में- पीसीओएस, पीसीओडी, हार्मोनल असंतुलन, मेडिकल स्थितियाँ (जैसे एंडोमेट्रियोसिस, थायरॉयड इत्यादि) और अनुवांशिक कारकों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आधुनिक विज्ञान से अब विभिन्न इलाज उपलब्ध हैं। आईवीएफ, आईयूआई, क्रायोप्रिज़र...