कुशीनगर, मई 23 -- कुशीनगर। खड्डा ब्लॉक के कोप जंगल पशु आश्रय केंद्र में स्थित पशु आश्रय केंद्र में 49 लाख की लागत से गोबर गैस प्लांट का निर्माण पूरा होने के बाद उससे 30 केवी बिजली का उत्पादन हो रहा है। इस पशु आश्रय केंद्र में बिजली की खपत मात्र 5 केवी ही हो पा रही है। पंचायती राज विभाग की मजबूरी यह है कि वह बिजली कहां खर्च करे, समझ नहीं आ रहा है। यह केन्द्र गांव की आबादी से काफी दूरी है। गांव में भी बिजली सप्लाई पहुंचाने में कठिनाई होगी। विभागीय अधिकारी अन्य उपायों की तलाश में जुटे हैं। जिले के पहले बायोगैस प्लांट का निर्माण खड्डा के कोप जंगल पशु आश्रय केंद्र में कराया गया है। यहां रहने वाले पशुओं के गोबर का भी उपयोग करते हुये बिजली उत्पादन किया जा सके। यहां लगभग 654 पशु हैं, जिनके गोबर से प्रतिदिन 235.44 घन मीटर बायो गैस उत्पादित किया जा...