बांका, जुलाई 27 -- बेलहर(बांका)/ निज प्रतिनिधि देवाधिदेव महादेव की पवित्र सावन मास में पूजा अर्चना, साधना और अराधना से श्रद्धालुओं को सुख समृद्धि मिलती है। तन मन और आंगन से नाकारात्मक ऊर्जा की विदाई होती है और साकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मन कर्म वचन और व्यवहार में पवित्रता आती है। महादेव के चरणों में श्रद्धालुओं की मंजिल होती हैं। सावन की तीसरी सोमवारी पर बाबा भोले नाथ पर जल चढ़ाने वाले कांवरिया श्रद्धालुओं की शनिवार को कांवरिया पथ धौरी से जिलेबिया मोड़ तक रेला उमड़ रहा है। बोल बम के नारों से वातावरण पवित्र और भक्तिमय हो उठा है। बाबा की महिमा अपार है। बाब भोले नाथ देवों के देव महादेव हैं। उनकी निश्छल भक्ति और अराधना से श्रद्धालुओं के सारे पाप कष्ट और विपदा का अंत हो जाता है। शरीर पर भस्म रमाकर बागम्बर छाला पहनने और माथे पर चंद्रमा ...