देवघर, जुलाई 16 -- रावणेश्वर बाबा वैद्यनाथधाम झारखंड प्रांत के देवघर में सुप्रसिद्ध तीर्थस्थल है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में कामनालिंग बाबा वैद्यनाथ का स्थान सर्वश्रेष्ठ है। यहां सालोंभर तीर्थयात्रियों का आना-जाना लगा रहता है। श्रावन महीने में तो देवनगरी केसरिया रंग से रंग जाता है। विश्व के अनूठे व एकमात्र सर्वाधिक दिनों तक चलने वाले श्रावणी मेले में मासभर बोलबम का महामंत्र गुंजायमान होता रहता है। पुराणों में देवघर को हार्द्रपीठ व चिता-भूमि भी कहा गया है। इसी पावन धरा पर माता सति का हृदय गिरा था। देवघर की सिद्ध भूमि नागाओं, तांत्रिकों व शैवभक्तों का निवास क्षेत्र शुरू से रहा है। यहां के विविध क्षेत्रों में असंख्य साधक साधना में लीन दिखते हैं। बाबा वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग की महत्ता बताते हुए महर्षि नारद ने रामभक्त हनुमान से कहा था कि यही वह ध...