बांका, अगस्त 7 -- कटोरिया (बांका), निज प्रतिनिधि। सावन में बाबा बैद्यनाथ तक की यात्रा केवल गंगाजल अर्पण का साधन नहीं, बल्कि श्रद्धा और समर्पण की अनूठी साधना है, जहां हर कदम भक्ति का गीत गाता है। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का समापन सावन पूर्णिमा के दिन शनिवार को हो जाएगा। मेला ज्यों ज्यों समापन की ओर बढ़ रहा है त्यों त्यों कांवरिया पथ में कांवरियों की भीड़ में कमी आ रही है। लेकिन अंतिम दौर में भी हर तरफ लोग भोलेनाथ की भक्ति और प्रेम में विभोर है। कण-कण में शिव शंकर विराजमान है। इस रास्ते में तरह-तरह के कांवरिए हैं। लेकिन सबों का लक्ष्य एक है। बाबाधाम की ओर लचकते कांवरों के साथ बढ़ रहे कांवरियों का दृश्य अद्भुत निराला प्रतीत हो रहा है। कांवर यात्रा कर रहे कांवरियों को बुधवार सुबह भगवान भास्कर के कोप को सहना पड़ा। जैसे-जैसे धूप चढ़ रही थी, ...