रुडकी, अगस्त 20 -- आईआईटी रुड़की के शोधकर्ताओं ने एक अनोखी तकनीक विकसित की है जो शहरी बाढ़ और जलजनित रोगों से निपटने के लिए एकीकृत समाधान देती है। 'हाईइको नामक यह मॉडल भारत का पहला ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो न केवल यह पूर्वानुमान लगाता है कि बाढ़ का पानी शहर में कैसे फैलेगा बल्कि यह भी बताता है कि उसमें मौजूद बैक्टीरिया आदि कैसे फैल सकते हैं और कहां संक्रमण का सबसे बड़ा खतरा है। इस अत्याधुनिक मॉडल का परीक्षण वर्ष 2023 की दिल्ली बाढ़ पर किया गया, जो हाल के वर्षों की सबसे भयावह बाढ़ों में से एक थी। परिणाम चौंकाने वाले रहे 60 प्रतिशत से अधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र उच्च से अत्यधिक उच्च जोखिम श्रेणी में पाए गए। बाढ़ के पानी में हानिकारक बैक्टीरिया ई. कोलाई की मात्रा सुरक्षित सीमा से लाखों गुना अधिक दर्ज की गई। शोध में यह भी पाया गया कि बच्चों के लिए...
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