गंगापार, सितम्बर 9 -- मांडा, हिन्दुस्तान संवाद। गंगा में जलस्तर बार बार बढ़ने के साथ ही तटीय इलाके के आधा दर्जन गांवों के किसान परेशान हैं। मांडा क्षेत्र के डेंगुरपुर, महेवा कला, बामपुर, चौकठा नरवर आदि तमाम गांव गंगातट पर बसे हुए हैं। हर साल गंगा में बाढ़ आने पर इन गांवों के तमाम मकान गंगा में समाहित हो जाते हैं और किसानों की परवल, करैला आदि सब्जियों के साथ दलहन व तिलहन की खेती नष्ट हो जाती है। चौकठा नरवर व डेंगुरपुर गांव में गंगातट पर पत्थर का बांध बनाने का काम तीन साल से अपूर्ण होने से ग्रामीणों में भय बना हुआ है। पिछले पांच छह वर्षों में उमापुर कला, नरवर चौकठा आदि गांवों के तट पर बसे दर्जनों मकान गंगा में समाहित हो चुके हैं। बामपुर ग्राम पंचायत की गंगा तट पर स्थित लगभग दो सौ बीघे काश्तकारों की जमीन गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा में डूब ...