गंगापार, अगस्त 21 -- पशुओं का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। कोरांव की 17 गोशालाओं में 3855 पशु हैं लेकिन इनके इलाज के लिए एक मात्र डॉक्टर के भरोसे पूरी व्यवस्था छोड़ दी गई है। मई से अब तक केवल पैरावेट्स के भरोसे गोशालाओं में गलाघोंटू का टीका लगाया गया है। गांवों में इसे लगाने पैरावेट्स भी नही पहुंचे हैं। अब जबकि बाढ़ग्रस्त गांवों और गोशालाओं से लेकर गांवों के पशुओं में खुरपका और मुंहपका का प्रकोप तेजी से फैल रहा है लेकिन इसके टीके की शुरुआत अभी कुछ ही गोशालाओं तक ही हो पाई है। बड़ोखर, महुली, देवघाट, पसना, बढ़वारी, पवांरी, किहुनी कला और देवरी के केयर टेकरो और प्रधानों ने बताया कि उनकी गोशालाओ मे अभी टीका नहीं लगा है। वहीं बढवारी प्रधान प्रतिनिधि राजेश वर्मा का कहना है कि टीके न लगाकर एक दवा पिलाने को दिया गया है। कोरांव ब्लॉक स्थित पशु अस...