गंगापार, अगस्त 17 -- देश के कई राज्य अभी भी बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ का कहर फसलों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। बाढ़ के कारण फसलें पानी में डूब गई थी। जब फसलें पानी में डूब जाती हैं, तो किसानों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। कछार वनस्पतियों का श्मशान बन गया है। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो बाढ़ का पानी उतरने के बाद अगर किसान कुछ जरूरी एहतियात बरत लें तो फसलों को बचाया जा सकता है। क्षेत्र के संग्रामपट्टी, जमशेदपुर, धोकरी, गनेशीपुर, बनपुकरा, झलाई का पूरा, तेलियातारा, बढ़ौली, आदि गांव बीते सप्ताह भर पहले पानी में डूबे हुए थे। गांव व कछार में बोई गई खरीफ की फसलें पूरी तरह से पानी में डूब गई थी।पानी में डूबने के चलते बोई गई फसलें पूरी तरह से सड़ रही है। आई बाढ़ से किसानों को काफी नुकसान हुआ है।सैदाबाद में तैनात एडीओ कृषि डॉ अनिल यादव...