पटना, मई 6 -- बाढ़ अवधि में जलस्रोतों पर बनी संरचनाओं की निगरानी होगी। जल संसाधन विभाग ने इसको लेकर व्यापक कार्ययोजना बनायी है। इसमें विभागीय संरचनाओं के साथ अन्य विभागीय संरचनाओं पर भी नजर रहेगी। इस क्रम में संबंधित विभागों की संरचनाओं को लेकर आवश्यकता पड़ने पर जल संसाधन विभाग अपने स्तर से सहयोग भी देगी। इसमें मुख्यत: पुल-पुलिया शामिल हैं। हालांकि विभाग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नियमित निरीक्षण, रखरखाव व आवश्यक मरम्मत की जिम्मेदारी संरचना के स्वामित्व वाले विभाग की होगी। यही नहीं संरचनाओं की सुरक्षा किसी तरह प्रभावित होती है तो इसकी पूर्ण जवाबदेही उनके विभाग की ही होगी। सूबे में पहली जून से बाढ़ अवधि की शुरुआत होती है और यह 31 अक्टूबर तक रहता है। इस अवधि में जलस्रोतों पर बनी संरचनाएं निगरानी के दायरे में रहेंगी। इसके लिए पथ निर्माण विभा...
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