हापुड़, मार्च 21 -- चार साल से सरकार को लक्ष्य से 10 प्रतिशत ही गेहूं मिल रहा है। इस बार तो एमएसपी और बाजार के रेट में लगभग 350 रुपये का अंतर चल रहा है। क्योंकि अभी भले ही पिछले साल का गेहूं बाजार में बिक रहा है और नया गेहूं राजस्थान से आया है। लेकिन पिछले साल का गेहूं बाजार में 3000 रुपये कुंतल के दाम बिक रहा है। राजस्थान से आया गेहूं साढ़े 28 सौ तथा लोकल का गेहूं 2900 को नया गेहूं बिक रहा है। जबकि सरकार ने 2425 रुपये का रेट निर्धारित किया है। 2023 में गेहूं के दामों ने एमएसपी रेट को पीछे छोड़ा तो सरकारी क्रय केंद्र खाली रह गए। 20 दिन के अंदर सरकारी क्रय केंद्रों पर 75 किसानों ने पहुंचकर केवल 2304 कुंतल गेहूं तौला था। वहीं बाजार में 400 से अधिक किसानों ने 6 हजार कुंतल गेहूं बेच दिया था। 2024 में भी आंकड़ा लगभग इससे अधिक ही रहा था। इस बार...