कुशीनगर, अप्रैल 15 -- कुशीनगर। इस साल 84 क्रय केंद्रों के जरिए किसानों से गेहूं खरीद की जा रही है। खरीद शुरू हुए एक महीना होने को है, लेकिन अब तक महज 251.74 मीट्रिक टन ही गेहूं की खरीद हो पाई है। इसकी बड़ी वजह एक तो अभी भी करीब 90 फीसदी फसल खेतों में होना और दूसरे सरकार की तरफ से दिए जाने वाले समर्थन मूल्य के बराबर बाजार में भी गेहूं का दाम मिलना है। हालांकि, गेहूं की खरीद के लिए किसानों को एक कुंतल से लगायत 100 कुंतल तक बिना सत्यापन के गेहूं क्रय केंद्र पर बेचने की छूट दी जा रही है। इसके अलावा मोबाइल परचेजिंग भी की जा रही है। इस साल गेहूं खरीद के लिए खाद्य विभाग (हाट शाखा) के 24, पीसीएफ के 38, पीसीयू के 14, एनसीसीएफ के तीन और भारतीय खाद्य निगम के पांच क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इनमें खाद्य विभाग के 23, भारतीय खाद्य निगम के दो, पीसीएफ के 14...