काशीपुर, मार्च 9 -- बाजपुर, संवाददाता। रविवार को आंवला एकादशी पर पारंपरिक परिधानों में सजी पर्वतीय समाज की महिलाओं द्वारा मुख्यमार्ग पर हल्द्वानी बस अड्डा के सामने स्थित प्राचीन शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की। आंवला के वृक्ष पर चीर बांधा तथा वृक्ष की परिक्रमा करते हुए होली व मंगल गीत गए। इसके पश्चात आरती के साथ ही श्रद्धाभाव से आंवला वृक्ष का पूजन कर घर-परिवार में सुख-समृद्धि की कामना की गई। आदर्श कन्या इंटर कॉलेज की शिक्षिका रेखा उपाध्याय ने बताया कि आंवला पूजन के साथ ही रंगों की होली की शुरुआत हो जाती है। पर्वतीय समाज में यह परंपरा पुरातन है और इसे भगवान श्रीकृष्ण के चीर हरण के प्रसंग से भी जोड़कर देखा जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि आज के दिन सबसे पहले रंग भगवान को अर्पित किया जाता है। जिसके बाद अब बैठकी होली में भी रंगों की शुरुवात होगी...