लखनऊ, फरवरी 13 -- बुद्धेश्वर के मैरिज लॉन में बुधवार को तेंदुआ निकलने के कारण गुरुवार को बाघ का रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावित रहा। बुधवार रात रहमानखेड़ा संस्थान के जोन एक में लगे ट्रैप कैमरे में बाघ कैद हुआ। दो टीमें बाघ के पीछे लगीं लेकिन पकड़ा नहीं जा सका। सुबह जोन एक में बाघ के ताजे पगचिन्ह पाये गए। बाघ की सबसे ज्यादा हलचल जोन एक और जोन तीन में पाई जा रहीं है। पगचिन्हो के आधार पर टीमें ट्रैकिंग कर रही है। बाघ के रेस्क्यू के लिए इटावा लॉयन सफारी से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है। वन अफसरों के मुताबिक करीब 10 किमी के दायरे में ही बाघ शिकार की तलाश में घूम रहा है। पिंजरे के आसपास बांधे गए शिकार को लेकर काफी चौकन्ना रहता है। उसे इस बात का आभास हो गया कि कोई निगरानी कर रहा है। यही वजह है कि पिंजरे के शिकार की ओर देखता तो है लेकिन नजदीक जाने से बच...