बिजनौर, नवम्बर 23 -- बाघ की लगातार मौजूदगी से ग्रामीण भयभीत हैं। बाघ की चहल कदमी से गन्ने की छिलाई भी प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग की है। आबादी के इर्दगिर्द बाघ की चहलकदमी थमने का नाम नहीं ले रही है। बाघ के हमले की आशंका को लेकर ग्रामीण खासे भयभीत हैं। इस्लामनगर ग्राम पंचायत में बाघ लगातार चहल कदमी कर रहा है। पुराना कालागढ़ से सटे सूखास्रोत तथा नई बस्ती के इर्दगिर्द बाघ की लगातार मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। शनिवार को सुबह पुराना कालागढ़ स्थित सूखा स्रोत में अचानक बाघ आ धमका। शमसुद्दीन, शालू, हाजी रईस अहमद, आसिफ अंसारी तथा महबूब आलम सहित मौके पर भारी संख्या में मौजूद राहगीरों ने बाघ को बाघ को सूखास्रोत में चहल कदमी करते देखा। ग्रामीणों का कहना है कि बाघ को यहां पहले भी कई बार देखा जा चुका ...