बागेश्वर, जुलाई 16 -- जनपद में हरेला का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। प्रत्येक घरों में बुजुर्गो ने एक-दूसरे के सिर पर हरेला रखकर दीर्घायु जीवन की कामना की। हरियाली के प्रतीक हरेले पर्व पर लोगों ने प्रात:काल घरों में उगाया हरेला सर्वप्रथम मंदिरों में चढ़ाया। इसके बाद माताओं ने घर के सदस्यों पर व बहनों ने भाई के सिर पर हरेला चढ़ाकर दीर्घायु जीवन की कामना की। घरों में पकवान आदि बनाया गया। यह पर्व बेहतर खेती के लिए मनाया जाता है। मान्यता है कि जिस घर में जितना अच्छा हरेला उगेगा उतनी ही अच्छी खरीफ की फसल भी होगी। इसकेअलावा कपकोट, धरमघर, गरुड़, काफलीगैर, कांडा आदि स्थानों में भी हरेला पर्व व हरियाली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

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