बागेश्वर, सितम्बर 28 -- नगर में चल रही ऐतिहासिक रामलीला में शनिवार की श्रद्धा और भावनाओं का अद्भुत संगम देखने को मिला। रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम में कलाकारों ने श्रवण कुमार प्रसंग, श्रीराम के वनगमन और राजा दशरथ के देहत्याग की गाथाओं का मंचन किया। भावपूर्ण अभिनय और संवादों ने ऐसा वातावरण रचा कि दर्शकों की आंखें नम हो गईं। मंचन की शुरुआत श्रवण कुमार प्रसंग से हुई। कलाकार ने अपने अंधे और वृद्ध माता-पिता को कांवर पर बैठाकर तीर्थ यात्रा कराने का दृश्य जीवंत कर दिया। जैसे ही दशरथ द्वारा लगाए गए बाण से श्रवण कुमार का वध हुआ, दर्शकों की आंखों से अश्रुधारा बह निकली। पूरे मैदान में सन्नाटा छा गया और लोग इस प्रसंग की मार्मिकता में खो गए। इसके बाद श्रीराम वनगमन का प्रसंग मंचित किया गया। जब राम, सीता और लक्ष्मण राजमहल छोड़कर वन की ओर प्रस्थान...