सीतामढ़ी, अप्रैल 1 -- पिपराही। प्रखंड क्षेत्र में बागमती नदी के दियारा में बालू भरे जमीन से मार्च माह से ही लौकी, खीरी व खीरा का उत्पादन होने लगा है। जबकि ककङी तथा तरबूज भी तैयार हो रहा है। कङाके की ठंड में किसानों ने बालू की परतों को खोदकर नालीनुमा गड्ढा तैयार किया था। इन गड्ढों में सड़े गोबर की खाद डालकर बीजों की वुवाई किया था।गर्मी के इस मौसम में किसानों का तकनीक तथा परिश्रम अब रंग दिखाने लगा है। दियारा से हरे हरे लौकी फलों की तुङाई कर बागमती नदी के पुल के समीप मुख्य सङक पर लाते हैं और वहां से विभिन्न बाजारों में भेज रहे हैं।पुल के समीप सङक किनारे भी कई सब्जी विक्रेता दुकानें सजा रखा है।मालूम हो कि बेलवा घाट से डुब्बा घाट तक बागमती नदी द्वारा छारण कर दिए जाने से खेतों में बालू की मोटी परत जम गई है। बालू की परत वाले भूमि में धान- गेहू क...