बागपत, अक्टूबर 27 -- बागपत की आबोहवा दीवाली की रात से बिगड़ी हुई है। हालात इस कदर बने हुए है कि हवा में मानकों से 15 फीसदी तक अधिक कार्बन मोनो आक्साइड है। गले में खराश, खांसी, सांस फूलना व आंखों में जलन का कारण बन रही है। कार्बन की अधिकता में खेकड़ा पहले नंबर पर है। यहां कार्बन की अधिकतम मौजूदगी का स्तर 83 माइक्रोग्राम पर मीटर क्यूब तक पहुंच गया है। सोमवार को एक्यूआई 266 दर्ज हुआ। प्रदूषण विभाग के मानकों के मुताबिक हवा में कार्बन मोनोक्साइड का स्तर 4 माइक्रोग्राम प्रतिमीटर क्यूब तक होना चाहिए, जबकि दीपावली के बाद यह कई गुना बढ़ गई है। बागपत में भी इसकी अधिकतम मौजूदगी 35 माइक्रोग्राम पर मीटर है, जबकि बड़ौत में 44 माइक्रोग्राम पर मीटर मौजूद रही है। बागपत के व्यावसायिक स्थल पर यह करीब 15 फीसदी अधिक है। खेकड़ा में भी यह 15 फीसदी ज्यादा पाया ग...