लखीसराय, मई 27 -- लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। शहर सहित जिले के लगभग सभी क्षेत्र से आए दिन करंट के चपेट में आने से किसान और मवेशी झुलसने के साथ मौत की खबर आते रहती है। अधिकांश घटना में मुख्य कारण किसान की लापरवाही व बिजली विभाग का उदासीनता देखा जाता रहा है। किसान को खेत की सिंचाई के लिए सरकार व बिजली विभाग के वरीय पदाधिकारी भले ही निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए हर व्यवस्था सुनिश्चित करने का दावा करती रही है। जबकि हकीकत में गांव तो दूर शहरी क्षेत्र में जहां से पूरे जिले में बिजली की आपूर्ति होती है। कार्यालय से महज एक किलोमीटर पश्चिम में हजार एकड़ से अधिक खेत में पानी सिंचाई के लिए किसान जुगाड़ सिस्टम से बिजली का तार ट्रांसफार्मर से बोरिंग तक लाने को मजबूर है। ट्रांसफार्मर से 300 से 400 मीटर बांस के सहारे व 50 से 100 मीटर खेत में ही तार ब...