रांची, अगस्त 29 -- मुरहू, प्रतिनिधि। एनएच 75 के किनारे अवस्थित मुरहू प्रखंड का बांदे गांव अब भी अशिक्षा, बेरोजगारी और प्रशासनिक उपेक्षा की मार झेल रहा है। लगभग 250 लोगों की आबादी वाले इस गांव की तस्वीर आज भी बदहाल है। जर्जर सड़कें, टूटता आंगनबाड़ी भवन, चहारदीवारी विहीन स्कूल और जर्जर बिजली पोल गांव की दशा और दिशा स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं। गांव में पंचायत मद और जिला मद से सड़क का निर्माण तो हुआ है, लेकिन कई सड़कें अब भी कच्ची हैं। बरसात के मौसम में इन सड़कों पर चलना मुश्किल हो जाता है। पानी भरे गड्ढों और कीचड़ के कारण एक घर से दूसरे घर तक पहुंचना कठिन हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात में सड़कें बजबजा जाती हैं और रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित होती है। इसके कारण गांव में गंदगी का अंबार लग जाता है, जिससे बीमारी फैलने का खतरा बना रहता ...